[Verse 1] धीरे से आया ज़िंदगी में जैसे मानसी का नाम लिखा सांसों पे किसी ने निमेष था तन्हा भीड़ में था फिर भी तेरी एक हँसी ने सब सवाल बदल डाले
[Chorus] निमेष की मानसी तू है उसकी रोशनी धड़कनों की कागज़ी किताब पे तू दास्तां सी निमेष की मानसी बिन कहे भी बात करे तेरी आँखों के शहर में उसके सारे ख्वाब जले
[Verse 2] कॉफ़ी की मेज़ पर दो कप दो बातें फिर भी जो रह गया वो इकरार था अंदर ही तेरे बालों में फँसी थोड़ी सी बारिश निमेष ने चुपके से दिल की फोटो उतार ली
[Chorus]
[Bridge] एक दिन जो तू रूठे तो हवा भी थम जाएगी तेरे जाते ही कमरे में उसकी हँसी रह जाएगी मानसी सुन ले ज़रा दिल की ये सच्चाई तेरा नाम जो लेता है वो ही उसकी खुदाई
[Chorus]
音乐风格
Cinematic Hindi romance ballad in the emotional lane of Arijit Singh; male vocals with delicate acoustic guitar and soft piano, expanding into lush strings and airy pads in the hook. Verses stay intimate and close-mic, chorus opens wide with soaring high notes and stacked harmonies. Subtle percussion and deep reverb on the tail of long sustains to make it feel like a big screen love theme.