lyrics
[Verse]
रात नै तारे गिन कै सोऊँ
दिन नै धूप में जल ज्याऊँ
पांव में छाले
सपने धुंधले
हर कदम पर ठोकर खाऊँ
[Chorus]
हो
रोटी का जुगाड़ करन खातिर
दूर शहर में चल ज्याऊँ
हाँ
रोटी का जुगाड़ करन खातिर
दूर शहर में चल ज्याऊँ
[Verse 2]
मां की चिट्ठी हाथ में थामे
दिल का बोझ लिए चल ज्याऊँ
गांव के पेड़
नदी के किनारे
सपनों में बस वहीं लौट आऊँ
[Chorus]
हो
रोटी का जुगाड़ करन खातिर
दूर शहर में चल ज्याऊँ
हाँ
रोटी का जुगाड़ करन खातिर
दूर शहर में चल ज्याऊँ
[Bridge]
बूढ़े बाबा की आंखें रोती
गांव का हर कोना पूछे
कब लौटेगा
कब मुस्काएगा
ये सपना टूटे या सच्चा होवे
[Chorus]
हो
रोटी का जुगाड़ करन खातिर
दूर शहर में चल ज्याऊँ
हाँ
रोटी का जुगाड़ करन खातिर
दूर शहर में चल ज्याऊँ