เนื้อเพลง
मोहब्बत के बाद
जब जुदाई आती है
तो दिल
फूल की तरह
अपनी शाख से कट जाता है
एक ख़ामोशी
हर धड़कन में उतरती है
और
ज़िंदगी
साँस तो लेती है
मगर जीती नहीं
मगर फिर
अगर चाहत की डोर
अभी कहीं बाकी हो
अगर याद की उंगली
अभी दिल को थामे हो
तो पहली ही नज़र में
पहला लम्स
पहली आवाज़
पहला नाम
सब कुछ लौट आता है
दिल फिर से जीने लगता है
और
ज़िंदगी हँस पड़ती है
याद रखो
जब कभी
महबूब से बात न बने
तो रिश्ते में
एक नाज़ुक सी डोर बाकी रखो
बिलकुल एक बाल की तरह
जो टूट भी जाए
तो जोड़ने की उम्मीद न मरे
क्या खबर
कल वो लौट आए
और तुम्हारे दिल में
फिर से
बहार उतर आए