เนื้อเพลง
[Verse]
वालचंद का राजा अक्षय भोसले
इलेक्ट्रीकल का अध्यक्ष वो सबसे भोले
अपनी आई अपूर्वा की चमक बड़ी गहेली
रंडीलकर की आग सुशांत कांबळे शादीजाली
[Verse 2]
इलेक्ट्रीकल की बातें ये प्रेमियों के बीच
दाद्या प्रेमी मल्लू आंटी का नसिब थीच
दोस्ती उनकी ऐसी जैसे हो फूल की खुशबू
कहानी उनकी रंगीन सजीले मसनू
[Chorus]
वालचंद की गलियों में गूंजे थी ये बातें
जश्न में मल्लू आंटी और बाकी सारे साथी
अक्षय का बंधन अपूर्वा से खास प्यार
मुश्किलों का भी कोई नहीं यार
[Verse 3]
बिजली की चमक संग उनकी हँसी
दोस्ती और प्यार दोनों की बनी
कहानी उनकी जैसे आकाश के तारे
चमकते रहे
कभी ना हो सवेरे
[Chorus]
वालचंद की गलियों में गूंजे थि ये बातें
जश्न में मल्लू आंटी और बाकी सारे साथी
अक्षय का बंधन अपूर्वा से खास प्यार
मुश्किलों का भी कोई नहीं यार
[Bridge]
इस कहानी को सुनकर सबका दिल हर्षित
मल्लू आंटी अपूर्वा संग अक्षय का हर्षित
इलेक्ट्रीकल की दुनियाँ में फैला उनका जादू
मस्ती और प्यार की हर जगह थी साधु