[Verse 1] माँ की वो आँखें थक कर भी जागें रातों की बातें सपनों को भागें
बाबा के कंधे पहला सा सहारा गिरते थे अक्सर फिर भी न हारा
[Chorus] माँ-बाप हमारे सबसे प्यारे साँसों से भी बढ़ के दुलारे दिया है सहारा दिया है उजाला उनसे ही रोशन मेरा ये सारा जहाँ
[Verse 2] डरते थे पहले तूफानी राहों से हाथों ने पकड़ा निकले हम चाहों से
डाँटों में मीठा छुपा था इशारा गलती से सीखा यही था इकरारा
[Chorus]
[Bridge] कुछ भी न था जब बस उनका यक़ीन था खाली सी मुट्ठी में दुनिया का नसीब था
दम भर को रूठें फिर भी ये महसूस धड़कन में बसते दो अपने ध्रुवतारों के उसूल
[Chorus]
Styl muzyki
Warm acoustic ballad with gentle piano and soft pads, mid‑tempo. Verses intimate and close-mic, chorus opens with stacked harmonies and a steady kick. Subtle strings lift the emotional arc; acoustic guitar carries the rhythm while vocal sits front and tender.