[Verse 1] खामोश रातों में तेरा नाम लिखता हूँ भीगी पलकों से हर ख़्वाब सीखता हूँ तू साथ नहीं है फिर भी साथ लगता है दर्द भी अब अपना सा लगता है
[Pre-Chorus] तेरी यादों का ये बोझ उठाए फिरूँ हँसते चेहरों में आँसू छुपाए फिरूँ खुद से नज़रें भी मिलती नहीं हैं यहाँ हर साया तेरा हर मोड़ पे तू ही जहाँ
[Chorus] तेरी यादों का बोझ है सीने पे चलता जाता हूँ रुकता नहीं जीने पे तू नहीं फिर भी तू ही सवालों में तेरी कमी भी बसती है ख्यालों में
[Verse 2] बिखरी किताबों में तेरी हँसी बस गई पुरानी खुशबू भी तेरी सी महक गई खुली खिड़की से जो ठंडी हवा आती है तेरे नाम की आहट बनकर छू जाती है
[Pre-Chorus] तेरी गलियों से खामोश गुजरता रहूँ हर मोड़ पे ठहर के टूटता सँवरता रहूँ जो था कभी मेरा आज भी है कहीं तू दूर सही पर धड़कन में रहती यहीं
[Chorus]
[Bridge] [लो वोकल रजिस्टर] कितनी दफ़ा खुद को समझाया सब बीत गया सब खोया साया फिर एक लम्हा तेरी कोई याद फिर से वही दिल फिर से बर्बाद
[Chorus]
Estilo de música
Moody Hindi pop ballad with mellow keys, warm pads, and a deep, slow groove. Male vocals sit intimate and close-mic in the verses; pre-chorus brings airy backing hummed harmonies. Chorus widens with lush strings, layered doubles, and a subtle rise in percussion. Final hook drops to almost a whisper over sparse chords, then swells once more for an emotional outro.